नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. पहली पारी में महज 78 रनों पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में भारतीय बल्ले टीम को संभालने की कोशिश कर रहे थे. लंबे वक्त से खराब फॉर्म में चल रहे पुजारा ने भी अपने बल्ले का दम दिखाया. विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी कमाल कर दिया. लेकिन जरूरत के वक्त भी रहाणे का बल्ला शांत रहा और भारतीय टीम को इसका खामियाजा भुकतना पड़ा. ऐसे में चौथे टेस्ट में टीम की कमजोर कड़ी को कप्तान विराट कोहली बाहर करना चाहेंगे.
रहाणे के बाहर होना लगभग तय!
टीम इंडिया के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे बार बार नाकाम हो रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में भी वो सिर्फ 10 रन बनाकर आउट हो गए. जहां विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज बल्लेबाज टीम इंडिया को मुश्किल से निकालने की कोशिश कर रहे थे, वहीं रहाणे ने एक बार फिर निराश किया. वो लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रहे हैं और ये कहना गलत नहीं होगा कि इसका बड़ा असर टीम इंडिया के प्रदर्शन पर पड़ता है. ऐसे में चौथे टेस्ट से पहले उनकी जगह कोई और खिलाड़ी ले सकता है और अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया को टेस्ट में एक नया उपकप्तान मिलेगा.
रोहित बन सकते हैं उपकप्तान
अगर अगले टेस्ट से अजिंक्य रहाणे की छुट्टी हुई तो रोहित शर्मा को भारतीय टीम का उपकप्तान बनाया जा सकता है. रोहित सीमित ओवर क्रिकेट में पहले से ही भारत के उपकप्तान हैं और अब टेस्ट फॉर्मेट में भी उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इस टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा ने बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया है.
रहाणे की जगह इन खिलाड़ियों को मिल सकता है मौका
रहाणे (Ajinkya Rahane) के लिए साल 2021 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा है और आंकड़े इस बात की गवाही भी देते हैं. अजिंक्य रहाणे ने 2021 में 10 टेस्ट मैचों की 17 पारियों में 21.06 की औसत से महज 358 रन बनाए हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चौथे टेस्ट मैच में टीम अजिंक्य रहाणे को ड्रॉप करके हनुमा विहारी या फिर सूर्यकुमार यादव में से किसी एक खिलाड़ी को टीम में जगह दे सकती है.
भारत की शर्मनाक हार
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच को हार चुकी है. दूसरी पारी में भारत ने 10 विकेट खोकर सिर्फ 278 रन बनाए. इंग्लैंड ने ये मैच पारी और 76 रनों से अपने नाम किया. इस मैच की पहली पारी में एक छोटे स्कोर पर ऑलआउट होना भारतीय टीम को पूरे मैच में भारी पड़ा.