IND vs ENG: Rishabh Pant stopped by umpire after he was batting in dangerous area of the pitch |IND vs ENG: मैदान पर ये हरकत करते पकड़े गए Rishabh Pant, अंपायर ने दे दी वार्निंग!


नई दिल्ली: टीम इंडिया इस वक्त इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में भिड़ रही है. इस मैच के पहले दिन भारत सिर्फ 78 रन बनाकर ऑलआउट हो गया और इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए अपने स्कोर को 100 रन से ज्यादा पहुंचा लिया. मैच के पहले दिन टीम इंडिया के विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) से एक बड़ी गलती हो गई जिसके बाद अंपायर ने उन्हें टोक दिया. 

पंत से हुई ये गलती

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने खुलासा किया कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अंपायर के कहने पर अपना ‘स्टांस’ बदलना पड़ा क्योंकि स्विंग से निपटने के लिए वो क्रीज के बाहर खड़े हुए थे. दरअसल पंत पिच के ‘डेंजर एरिया’ में पांवों से निशान बन रहे थे. पंत ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद बुधवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं क्रीज के बाहर खड़ा था और मेरा अगला पांव डेंजर एरिया में आ रहा था इसलिए उन्होंने (अंपायर) मुझसे कहा कि मैं यहां पर खड़ा नहीं हो सकता हूं.’

बदलना पड़ा अपना स्टांस

बाएं हाथ के बल्लेबाज पंत (Rishabh Pant) ने कहा, ‘इसलिए मुझे अपना स्टांस बदलना पड़ा लेकिन एक क्रिकेटर होने के नाते मैं इस बारे में अधिक नहीं सोचता क्योंकि जो भी ऐसा करता, अंपायर उससे भी वही बात करते. मैंने अगली गेंद पर वैसा नहीं किया.’

बल्लेबाजी करने का फैसला सही

पंत (Rishabh Pant) ने कप्तान विराट कोहली के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले को भी सही करार दिया लेकिन ये भी माना कि सुबह विकेट नरम था. उन्होंने कहा, ‘यह खेल का हिस्सा है. प्रत्येक दिन बल्लेबाज अपना 100 प्रतिशत देते हैं लेकिन हर समय सब कुछ अच्छा नहीं होता है. सुबह विकेट थोड़ा नरम था और उन्होंने अच्छी जगह पर गेंदबाजी की. हमें बेहतर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी. हम इससे सबक ले सकते हैं. क्रिकेटर के रूप में हम यही कर सकते हैं. आप अपनी गलतियों से सीखते हो और सुधार करते हो.’

टॉप ऑर्डर की लगातार नाकामी के कारण पंत (Rishabh Pant) को जल्द ही क्रीज पर उतरना पड़ रहा है लेकिन वह इसे मौके के तौर पर देखते हैं. उन्होंने कहा, ‘जो भी स्थिति हो आपको पहले टीम के बारे में और उस स्थिति में आप क्या कर सकते हैं, इसके बारे में सोचना होता है. यदि शीर्ष क्रम नहीं चल पाता है तो आपको मौका मिलता है. मैं इसे अवसर के रूप में देखता हूं और यदि आप उस स्थिति से टीम को बाहर निकाल देते हो तो यह एक क्रिकेटर के तौर पर आपकी बड़ी उपलब्धि होगी.’

 





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