टोक्यो: भारत की अवनि लखेड़ा ने सोमवार को टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में जीत दर्ज करते हुए गोल्ड पर निशाना लगाया. अवनि ने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा. यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता.
अवनि लखेड़ा ने रचा इतिहास
अवनि पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. यह भारत का इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भी पहला पदक है. टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है. पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली वह तीसरी भारतीय महिला हैं.
Amazing, @AvaniLekhara! #Gold #IND #Tokyo2020 #Paralympics #ShootingParaSport pic.twitter.com/8HosLVegjq
— Paralympic Games (@Paralympics) August 30, 2021
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
19 साल की शूटर अवनि ने 249.6 का स्कोर बनाया और बाजी मारते हुए गोल्ड पर कब्जा जमाया. पैरालंपिक्स के इतिहास में यह भारत का शूटिंग में यह पहला गोल्ड मेडल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवनि लखेड़ा को बधाई दी है.
Phenomenal performance @AvaniLekhara! Congratulations on winning a hard-earned and well-deserved Gold, made possible due to your industrious nature and passion towards shooting. This is truly a special moment for Indian sports. Best wishes for your future endeavours.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2021
शानदार रहा अवनि का सफर
अवनि से पहले भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) तथा मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष्ज्ञ ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक जीते थे. अवनि ने इससे पहले क्वालिफिकेशन राउंड में 21 निशानेबाजों के बीच सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में प्रवेश किया था. अवनि ने 60 सीरीज के छह शॉट के बाद 621.7 का स्कोर बनाया जो शीर्ष आठ निशानेबाजों में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था. चीन की कुइपिंग और यूक्रेन की शेतनिक ने क्वालिफिकेशन में 626.0 के पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ पहले दो स्थान हासिल किये थे.